संवाद सहयोगी, हाथरस : समायोजित हुए शिक्षामित्रों को कोर्ट से अभी पूरी तरह क्लीन चिट नहीं मिली है। इस कारण पिछले काफी समय से समायोजित शिक्षक संघर्ष कर रहे है। 26 अप्रैल को हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई होनी है, उससे पूर्व रविवार को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ जिला इकाई की महत्वपूर्ण बैठक पुरानी कलक्ट्रेट पर हुई, जिसमें जरूरी दिशा निर्देश पदाधिकारियों के स्तर से दिए गए। प्रदेश सरकार ने प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया था, लेकिन मामला कोर्ट में पहुंचने के बाद अभी तक पूरी तरह शिक्षामित्रों को राहत नहीं मिल पायी है। अब हाईकोर्ट को समायोजन पर निर्णय लेना है। पहले इस मामले में 11 जुलाई 2016 को सुनवाई थी। लेकिन अब यह सुनवाई 26 अप्रैल को होनी है, कोर्ट में सुनवाई की जानकारी लगते ही शिक्षामित्र संगठनों ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। लगातार प्रदेश स्तर पर शिक्षामित्र संगठन अपनी तैयारी कर रहे हैं। रविवार को पुरानी कलक्ट्रेट में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की जिला इकाई की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता रामप्रकाश शर्मा तथा संचालन गिरीश सेंगर ने किया। जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिहं पचहरा ने प्रदेश कार्यकारिणी की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने अपने साथियों से अनुरोध किया कि संगठन का सहयोग करे। बैठक में लाल सिहं वर्मा, राजबहादुर सिहं, शिव कुमार,रामदास यादव, नीरज शर्मा, सुनीता बधेल, हरवीर सिहं, सत्यवीर सिंह, अशोक कुमार, गौरीशंकर, शिवकुमार, बबिता, गजराज सिहं उपस्थित रहे।
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