बेसिक शिक्षा विभाग में दो साल से रुकी अंतर जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया मई माह में शुरू होगी। स्थानांतरण के लिए अध्यापकों से आन लाइन आवेदन मांगे जाएंगे। प्रक्रिया पिछले दो साल से रुकी हुई थी। प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व ही स्थानांतरण चाहने वाले अध्यापकों ने अपने-अपने स्तर से जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया है।
विभाग में भर्ती के वक्त प्रदेश के किसी भी जिले में अध्यापकों की भर्ती हो जाती है। अपने मूल जिले से दूसरे जिले में तैनाती पाने वाले अध्यापक बाद में प्रयास करते हैं कि उनकी तैनाती मूल जिले में ही हो जाए। ऐसे अध्यापकों की संख्या हजारों में होती है। विभाग के द्वारा समय-समय पर अंतर जनपदीय स्थानांतरण किया जाता है। पिछले दो साल से अंतर जनपदीय स्थानांतरण नहीं हुआ था। दो वर्ष पूर्व हुए अंतर जनपदीय स्थानांतरण में जिले में 500 अध्यापक आए थे। जिले में बड़ी संख्या में ऐसे अध्यापक हैं जो अपने मूल जनपद में जाने के लिए पिछले दो साल से इंतजार कर रहे हैं। मई माह में स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू होने की सूचना से उनमें खुशी है। स्थानांतरण की प्रक्रिया आनलाइन होगी। स्थानांतरण सचिव स्तर से किया जाएगा। स्थानांतरण की कुछ शर्तें हैं जिसमें प्रमुख है पति या पत्नी दोनों में एक की नौकरी मूल जिले में होना। मूल जिले में स्थानांतरण चाहने वाले अध्यापकों की सत्यता की जांच उनकी तैनाती वाले स्थान से कराई जाएगी। स्थानांतरण चाहने वाले अध्यापकों ने अपने-अपने आकाओं से सिफारिश लगानी शुरू कर दी है।
अंतर जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया मई माह में शुरू होने की उम्मीद है। स्थानांतरण के लिए अध्यापकों को आनलाइन आवेदन करना होगा। मई माह में स्थानांतरण होने से स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी।
मनोज कुमार वर्मा, बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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