केस एक- कंपोजिट स्कूल पंतनगर में वैसे तो पंजीकृत छात्रों की संख्या 143 है। शुक्रवार को यहां पर सुबह साढ़े दस बजे तीस बच्चे उपस्थित मिले। शिक्षिकाओं ने बताया कि यहां पर सुबह 55 बच्चे आए थे। शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के कारण मिड डे मील खाने के बाद शेष बच्चे चले गए। आंगनबाड़ी केंद्र भी इसी परिसर में चलता है लेकिन वहां पर कोई भी बच्च नहीं था। कार्यकत्रियां तो मौजूद थीं लेकिन बच्चे आकर चले गए थे। केस दो- प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन का हाल बेहाल है। यहां पर कुल 72 बच्चे पंजीकृत है। यहां पर तैनात शिक्षिका किरनलता श्रीवास्तव ने बताया कि 35 बच्चे आए थे लेकिन पूर्वाह्न 11 बजे यहां पर एक भी बच्च नहीं था। यहां पर अकेले शिक्षिका बैठी हुई थी। उसका कहना था यहां स्कूल परिसर में लगे पेड़ से कीड़े बच्चों को परेशान करते हैं। बच्चे घर चले गए हैं। 1यह दो मामले स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति का सच उजागर कर रहे हैं। आए दिन सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने की शिकायतें आ रही है। पिछले दिनों डीएम आशुतोष निरंजन ने बिरवा बभनी गांव का औचक निरीक्षण किया था, जहां पर बच्चों की संख्या कम मिली। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसके अलावा गुरुवार को सीएमओ ने कर्नलगंज क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया तो वहां पर एक स्कूल में मात्र चार बच्चे ही मौजूद मिले। बताया गया कि गांव में शादी समारोह होने के कारण बच्चे नहीं आए हैं। शिक्षकों का कहना है कि एक तो सहालग का दौर, दूसरा मौसम की मार। इससे स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बेहद कम है। अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन को गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय पूर्वाह्न 11 बजे तक किया जाना चाहिए। खंड शिक्षा अधिकारी एके राय का कहना है कि शत प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इसका औचक निरीक्षण कर जायजा लिया जा रहा है। ताकि इसको सुचारु रूप से संचालित किया जा सके।पुलिस लाइन स्थित प्राथमिक विद्यालय में अकेले बैठी रजिस्टर भरती शिक्षिकागोंडा के कम्पोजिट विद्यालय पंतनगर में कक्षा के बाहर लगे हैंडपम्प से टिफिन में पानी भरता बच्चा जागरणगोंडा के कम्पोजिट विद्यालय में कक्षा में बैठे बच्चे
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