खिंदौड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार सुबह घुसकर तीन बदमाशों ने प्रधानाध्यापक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। ग्रामीणों ने घेराबंदी कर एक बदमाश को दबोच लिया और लाठी-डंडों से पीटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। गोलियों की तड़तड़ाहट से छात्र दहशत से भर उठे। सिंघावली अहीर के सत्यपाल शर्मा (52) खिंदौड़ा के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे। शनिवार सुबह 10 बजे बाइक से तीन बदमाश आए। इनमें से एक बाइक के पास ही खड़ा रहा, जबकि दो सत्यपाल से बातें करने लगे। इसी बीच एक ने तमंचा से उनके पेट में गोली मार दी। सत्यपाल भागे बदमाशों ने उनको दो और गोली मार दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर भागते बदमाशों में से एक को ग्रामीणों ने घेराबंदी कर दबोच लिया और लाठी-डंडों से उसे जमकर पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। उसकी शिनाख्त सोनू उर्फ शिशुपाल, निवासी निरपुड़ा के रूप में हुई। बकौल पुलिस, सत्यपाल की हत्या में सोनू का चचेरा भाई गौरव और शेरपुर लुहारा निवासी रोहित भी शामिल है। ये दोनों फरार हैं। एसपी आरएस छवि ने बताया कि सत्यपाल की हत्या पारिवारिक रंजिश में डोलबंदी को लेकर हुई है। गुस्साई सतपाल की पत्नी उर्मिला ने सिंघावली अहीर थाने के एसओ सुभाष यादव की वर्दी के स्टार तक नोच लिए। उर्मिला ने पुलिस को बताया कि परिवार के लोगों ने ही रंजिश में दो साल पहले उनके बेटे सतीश की हत्या की थी। पति सत्यपाल इस मामले में पैरवी कर रहे थे। इसीलिए उनकी भी जान ले ली गई। आरोप लगाया कि कई बार जान का खतरा बताने के बाद भी पुलिस ने न तो सुरक्षा दी और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की।
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