उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वाधान में शनिवार को स्कूल चलो अभियान संगोष्ठी का आयोजन नवनिर्मित शिक्षक भवन परिसर में किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रांतीय संरक्षक लल्लन मिश्र ने की। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में तभी गुणात्मक सुधार संभव है, जब बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी व शिक्षकों की समन्वय समिति बना कर उसके द्वारा दिए गए सुझावों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह कहा जाना कि शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट के लिए शिक्षक दोषी है जो नितांत गलत है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को शिक्षण कार्य करने ही नहीं दिया जाता है। संघ के संरक्षक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लल्लन मिश्र ने कहा कि शिक्षकों को तनाव मुक्त होकर शिक्षण कार्य करने दिया जाए तभी सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्कूल चलो अभियान का लक्ष्य हासिल होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बेसिक शिक्षा के प्रति लगाव बेहद सराहनीय है। मिश्र ने कहा कि जो शिक्षा व्यवस्था दशकों से पटरी से उतर चुकी है वह एक वर्ष में पटरी पर पुन: दौड़ने लगेगी। यह महज कल्पना का विषय है, इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी की भांति एक विजन बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों के सापेक्ष सभी पदों पर भर्तियां की जाए। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष ने नवनिर्मित शिक्षक भवन का फीता काट कर अनावरण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इस अवसर पर जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने कहा कि बच्चों को शिक्षकों द्वारा बेसिक फंडामेंटल की जानकारी अवश्य दी जाए। सामान्य ज्ञान व निर्धारित पाठयक्रम के अलावा पांच-पांच प्रश्न प्रत्येक विद्यालय को आवंटित किए जाएगे। जिसकी जानकारी छात्रों एवं अध्यापकों को होना आवश्यक है। डीएम ने कहा कि परीक्षाफल में प्रत्येक न्याय पंचायत से अधिकतम अंक पाने वाले दस बच्चों के गांव को जिला स्तरीय एक अधिकारी द्वारा गोद लिया जाएगा तथा गांव का चहुमुखी विकास कराया जाएगा। इससे बच्चों एवं अभिभावकों में प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होगी। इस मौके पर बीएसए संजीव सिंह, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डॉ. सुरेश तिवारी, अशोक प्रजापित, जबर सिंह यादव, शिव शंकर पांडेय, नरेश चंद्र शुक्ल, सुषमा श्रीवास्तव, सतेंद्र पाल, रामऔतार, वीरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह, रवींद्र दीक्षित, महिपाल सिंह, पंकज रहे
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