आगरा: सोशल मीडिया पर छुट्टी के संबंध में एक भ्रामक पोस्ट आता है और परिषदीय विद्यालयों के गेट नहीं खुलते। शिक्षक आपस में इन पोस्टों को शेयर करते हैं और अपने हिसाब से अवकाश कर लेते हैं। सोशल मीडिया पर अब ऐसी पोस्ट से विद्यालयों की पढ़ाई पर असर न पड़े इसके लिए बीएसए को जिम्मेदारी दी गई है। सोशल मीडिया से लोगों को सूचनाओं के आदान प्रदान में सहूलियत हो रही है। हर दिन इसका दायरा भी बढ़ रहा है। ऐसे में भ्रामक सूचनाएं भी आ रही हैं। इनसे कई विरोधाभास भी उत्पन्न होते हैं। खासतौर पर विद्यालयों के अवकाश को लेकर। कोई शिक्षक फोटोशॉप के प्रयोग से अवकाश की भ्रामक सूचना तैयार कर व्हाट्सएप ग्रुप में प्रसारित करता है तो इसके बाद वो लगातार आगे फारवर्ड होता रहता है। ऐसे में ज्यादातर शिक्षक उसे सही मान बैठते हैं। ऐसे में शासन ने बीएसए को निर्देश दिए हैं कि ऐसे भ्रामक पोस्ट करने वाले शिक्षक, बीईओ या शिक्षक नेता पर नजर रखी जाए। कोई ऐसी पोस्ट करता है, तो उस पर कार्रवाई की जाए।
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