पालेश्वर नाथ इंटर कालेज पहाड़ी में शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ब्लाक स्तरीय शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डीएम ने कहा कि शिक्षक स्कूल को घर व विद्यार्थियों को अपने बच्चे की तरह समङों तभी शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि बच्चों को शुरुआती सालों में शिक्षा रूपी अच्छी खाद व पानी दे दिया जाए तो उसे वृक्ष बनने और फल देने से कोई नहीं रोक सकता है। आहवान किया कि शिक्षक बच्चों की कमियों को नियमित चेक करें। आह्वान किया कि शिक्षक स्कूल को घर व विद्यार्थियों को अपने पुत्र के समान समङों तभी तनमयता के साथ काम हो सकेगा। यदि प्राइवेट स्कूलों में ज्यादा नामांकन होंगे तो शिक्षक के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। बीएसए को निर्देश दिया कि चेकलिस्ट बनाएं जिसमें शैक्षिक वातावरण का पूरा ब्योरा हो। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षक को सम्मानित किया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने कहा कि शिक्षकों को स्कूल में जल्दी आना देर से जाना तर्ज पर काम करना होगा तभी सम्मान वापस हो सकता है। जबकि देर से आना जल्दी जाना के तर्ज पर काम हो रहा है जो ठीक नहीं है। विद्यालय के बच्चों के साथ पुत्र जैसा व्यवहार करें शिक्षक को सम्मान अपने आप मिलेगा। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि विद्यालय के समय में बैठकें न करें। संगोष्ठी में ब्लाक के सभी शिक्षकों को बुलाया गया था।
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