ब्लाक संसाधन केंद्रों पर शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए भेजी गई धनराशि का खंड शिक्षा अधिकारियों को अब पाई-पाई का हिसाब देना होगा। डायट ने ब्लाक संसाधन केंद्रों पर भेजी गई चार लाख 18 हजार सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से हिसाब मांगा है। तीन दिन के अंदर हिसाब न देने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुत करने की चेतावनी दी है। बताते चलें कि ब्लाक संसाधन केंद्रों पर विज्ञान और गणित विषय को और बेहतर ढंग से विद्यालय में पढ़ाने के लिए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का ब्लाक संसाधन केंद्रों पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था। ब्लाक संसाधन केंद्र पर शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला एवं शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान की ओर से प्रशिक्षण की धनराशि स्थानांतरित की गई है।जिसमें शिक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान स्वल्पाहार व स्टेशनरी आदि की व्यवस्था कराई गई थी। जिले के सभी ब्लाक संसाधन केंद्रों पर कुल चार लाख 18 हजार रुपये भेजे गए थे। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर शिक्षकों का प्रशिक्षण तो करा दिया गया और उसकी धनराशि भी व्यय कर दी गई मगर उसका विवरण डायट को ब्लाक संसाधन केंद्र प्रभारी ने उपलब्ध नहीं कराया। इस संबंध में डायट की ओर से कई पत्र जारी किए गए, मगर अभी तक विवरण नहीं दिया गया है। तीन दिन में जमा करें विवरण डायट प्राचार्या डा. मीरा पाल सख्त रुख अपनाते हुए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर तीन दिन के अंदर खर्च की गई धनराशि का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। धनराशि का विवरण निर्धारित समय से उपलब्ध न कराने पर खंड शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के लिए लिखने की चेतावनी दी है।
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