कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों पर कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। पण्डरीकृपाल स्कूल की जांच डीएम के निर्देश पर एसडीएम सदर अवनीश कुमार ने की थी। उनकी रिपोर्ट में व्यवस्था में गड़बड़ियां उजागर हुई थी। बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने जिले के सभी 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कराई। कई स्कूलों में वार्डेन व शिक्षकों की लापरवाहियां सामने आईं। बीएसए ने बताया कि पण्डरीकृपाल ब्लॉक की वार्डेन व सुरक्षागार्ड की सेवाओं को समाप्त करने की संस्तुति की गई है। इसके साथ ही एक और वार्डेन की सेवाओं को समाप्त किया जा सकता है। वहीं शिक्षण कार्य व लेखा अभिलेख तैयार करने वाले कार्मिकों में भी फेरबदल प्रस्तावित है। कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में भले ही खामियां खाद्यान्न की उजागर हुई थीं लेकिन आन्तरिक पड़ताल में कई शिकायतें सामने आईं। डीएम के निर्देश पर तहसीलों के एसडीएम व तहसीलदारों ने सभी स्कूलों की पड़ताल की थी। रिपोर्ट में स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए। यही नहीं शिक्षकों के आपसी रार का मामला भी उजागर हुआ। इसी के चलते बीएसए ने पण्डरीकृपाल की वार्डेन को सेवाओं से मुक्त करने की संस्तुति डीएम को भेजी है। इसी के साथ कई दिनों से सुरक्षा गार्ड की गैर हाजिरी पर भी सेवा समाप्ति की जा रही है। एक और वार्डेन को सेवामुक्त करने का खाका खींचा जा रहा है। इन सबके साथ ही 17 स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों में फेरबदल की भी पत्रवली तैयार हो गई है। बीएसए श्री सिंह ने बताया कि एक ही स्थान पर कई सालों से ड्यूटी कर रहे कार्मिकों में लापरवाहियां बढ़ गई हैं। इसके चलते स्कूल संचालन प्रभावित हो रहे हैं। खाद्यान्न सप्लायर एजेंसी को भी नोटिस जारी : खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी उजागर होने पर भी कार्रवाई शुरू हुई है। खाद्यान्न सप्लायर एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। 15 दिन के भीतर वितरण की व्यवस्था सुधारने की हिदायत के साथ ही उनकी भी सेवाएं निरस्त करने की चेतावनी दी गई है। बीएसए श्री सिंह ने कहा कि खाद्यान्न वितरण में ढिलाई मिली तो एजेंसी से कार्य वापस ले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी तत्काल कार्य वापस लेने से स्कूलों में खाद्यान्न की व्यवस्था पर असर पड़ेगा। व्यवस्था न होने से वहां की छात्रओं को खाने-पीने की समस्या का सामना करना पड़ेगा।
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