करोड़ों खर्च के बाद भी परिषदीय विद्यालयों की गाड़ी पटरी पर नहीं दौड़ पा रही। सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पाली, उरुवा और जंगल कौड़िया स्थित दर्जन भर प्राथमिक स्कूलों का निरीक्षण किया तो यही हकीकत सामने आयी। कई शिक्षक गैरहाजिर मिले। उन्होंने 10 शिक्षकों को निलंबित कर दिया, जबकि 8 का एक दिन का वेतन रोककर स्पष्टीकरण मांगा है। दैनिक जागरण ने एक मई के अंक में ‘किराए की शिक्षिका, कक्ष में ठेकेदार’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेते हुए सोमवार को बीएसए पाली ब्लाक के ग्राम बंगलाखोर प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो हकीकत देख कर दंग रह गए। घघसरा संवाददाता के अनुसार उन्होंने निजी शिक्षिका रखे जाने पर प्रधानाचार्य प्रेम सहाय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। भक्सा पूर्व माध्यमिक विद्यालय बंद मिलने पर अध्यापिका प्रीतिका सिन्हा को निलंबित कर अध्यापक सुभाष सिंह को नोटिस जारी किया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिसई की शिक्षिका प्रीति यादव को लगातार अनुपस्थित रहने पर निलंबित किया गया। प्रधानाध्यापक इंद्रवास यादव को नोटिस जारी किया गया। बाघानगर गोलिया प्राथमिक विद्यालय की सुनीता त्रिपाठी का वेतन रोका गया, जबकि सीता विश्वकर्मा से स्पष्टीकरण मांग लिया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमसार के बंद मिलने पर अध्यापक प्रशांत को निलंबित कर दिया। प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक को अनुपस्थित रहने पर नोटिस थमा दिया। प्रावि बड़गों के शिक्षक अनिल कुमार, रितु अग्रवाल को निलंबित कर दिया। पूमा विद्यालय की शिक्षिका पूजा के अनुपस्थिति पर नोटिस जारी किया। प्रावि मलउर बंद रहने पर शिक्षिका प्रीति सिंह व कुसुम को निलंबित कर दिया। बनौली के शिक्षक अश्वनी कुमार तथा शिक्षिका पूनम यादव को निलंबित किया गया। सेहुड़ा में अनुपस्थित रहने पर शिक्षिका मीनाक्षी को नोटिस जारी किया गया।
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