बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने कहा कि जिले में 1367 प्राथमिक और 473 जूनियर स्कूल हैं। लेकिन इनमें से कितने स्कूलों की हालत जर्जर है, इसकी कोई रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है। उन्होंने दावा किया कि जर्जर स्कूलों का आंकड़ा तैयार करने के लिए सभी एबीएसए से पांच मई तक रिपोर्ट मांगी गई है।• एनबीटी, सरोजनीनगर : सरोजनीनगर के अन्तर्गत खुर्रमपुर माध्यमिक स्कूल इस कदर जर्जर है कि उसकी बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है। यहां पढ़ रहे 150 बच्चे हमेशा खतरे के साए में रहते हैं। यह बात और कोई नहीं एसडीएम सरोजनीनगर प्रेम रंजन सिंह खुद कह रहे हैं।
एसडीएम ने शनिवार को कहा कि स्कूल का भौतिक सत्यापन करने के लिए सीडीओ, बीएसए और एसडीएम की तीन सदस्यीय कमिटी बनाई गई थी। इसके बावजूद शनिवार को कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी लापरवाही बरत रहें हैं। मामले की शिकायत वह डीएम से करेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल की जर्जर हालत को देखते हुए इसे सामुदायिक केंद्र में शिफ्ट करने की डीएम से सिफारिश की जाएगी।
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