सुबह उठते ही कल तक जिन्हें स्कूल जाने की जल्दी थी। बच्चे अच्छी तरह से पढ़ाई करें वह जिम्मेदारी निष्ठा से निभाते थे। अब वह सारी जिम्मेदारी से मुक्त हो गए। अब न सुबह स्कूल जाने की जल्दी होगी, न ही कोई जिम्मेदारी। बल्कि सारा समय परिवार के साथ बीतेगा। परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय तक काम करने वाले शिक्षक सोमवार को सेवानिवृत्त हुए तो उनके मन में कुछ ऐसे ही विचार कौंध रहे थे। मन में अपनों को अधिक समय देने की खुशी थी साथ में बच्चों से दूर होने का गम भी चेहरे पर साफ नजर आ रहा था। ऐसे सेवानिवृत्त शिक्षकों का सोमवार को राजकीय पुस्तकालय में सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा परिषद के सलाहकार श्रीप्रकाश राय ‘लल्लन राय’ ने 31 मार्च को सेवानिवृत्त 157 शिक्षकों को उनके जीपीएफ का चेक देकर सम्मानित किया। कहा कि शिक्षकों की हर मांग का अतिशीघ्र निस्तारण किया जाएगा। विशिष्ट अतिथि निदेशक कोषागार एवं पेंशन कैलाशनाथ गुप्त ने कहा कि पेंशन से संबंधित जो भी परेशानी होगी, उसके निस्तारण में उनका पूर्ण सहयोग रहेगा। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा विमलेश यादव ने सभी सेवानिवृत्त शिक्षकों को को आगे भी पूरा सहयोग देने का वादा किया। बीएसए राजकुमार ने सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवा को सराहनीय बताते हुए हर सुख-दु:ख में साथ रहने का वादा किया। शिक्षक नेता विनोद कुमार पांडेय ने स्वागत किया। देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, राजेश सिंह पटेल, चिंतामणि त्रिपाठी, रुद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे
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