परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन पर जोर देने के साथ ही छात्र-छात्रओं में विज्ञान, गणित तथा प्रौद्योगिकी विषय में अभिरुचि पैदा की जाएगी। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने राष्ट्रीय आविष्कार अभियान योजना बनाई है। अभियान के तहत छात्र-छात्रओं में कक्षाओं के बाहर के माहौल में विज्ञान, गणित तथा प्रौद्योगिकी सीखने की अपार संभावनाएं है। इसमें विद्यालय आधारित ज्ञान को व्यावहारिक जीवन से जोड़ने , विज्ञान और गणित के अध्ययन को मनोरंजक और सार्थक कार्यकलाप बनाने विशेष जोर रहेगा।जिले में योजना के तहत स्कूलों को चयनित करके सूची फाइनल करने का कार्य चल रहा है। योजना में 14 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की छात्रओं के साथ परिषदीय स्कूलों के छात्र भी शामिल किए जाएंगे। चयनित स्कूलों के शिक्षकों को डायट में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद इनके माध्यम से छात्रों को विज्ञान व गणित के किट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। खरीदारी का काम स्कूल स्तर पर बनी चार सदस्यीय समिति करेंगी। विद्यालय की विज्ञान एवं गणित प्रयोगशालाओं का सुदृढ़ीकरण : विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशालाओं को निर्धारित मानकों के अनुसार सुदृढ़ किया जाएगा। छात्रों को कार्यकलापों के माध्यम से विज्ञान और गणित में आवधारणा को तलाशने और उन्हें मूर्त रूप देने तथा उनकी विवेचनात्मक सोच एवं समस्या हल करने पर बल दिया जाएगा। सभी प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालयों में सिद्धांतों के शिक्षण में प्रयोग किए जाने के साथ साथ अनुप्रयोग एवं समस्या का हल करने संबंधी सोच विकसित करनेके लिए शिक्षण सामग्री की किट्स उपलब्ध कराई जाएंगी।पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी दिया जाएगा गणित, विज्ञान का प्रशिक्षणल्ल छात्रों को पर्यवेक्षण, प्रयोग, निष्कर्ष निकालने, माडल निर्माण, विवेकपूर्ण तार्किकता और परीक्षण के माध्यम से विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी के प्रति प्रेरित करना विद्यालयी छात्रों में विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी के प्रति जिज्ञासा, उत्सुकता और अन्वेषण की प्रवृति पैदा करनाल्ल विज्ञान और गणित में अध्ययन की कक्षा के अनुकूल शिक्षा स्तर प्राप्त कराना शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मनन करने, खोज करने, सुधार के इरादे से फेर बदल करने और कार्य करने की संस्कृति का निर्माण करना। योजना का कार्य तेजी से चल रहा है। सूची फाइनल होते ही प्रशिक्षण का कार्य आरंभ किया जाएगा।
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