परिषदीय विद्यालयों में दूध वितरण का विरोध करते हुए बच्चों की एसएमएस से उपस्थिति भेजने की योजना बंद उठाने की मांग रखी गई है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में उठे मुद्दे की सुनवाई न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की रविवार को शिक्षक भवन में बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का निदान हर हाल में किया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण न हुआ तो संघ आंदोलन करेगा। विकास खंड बावन के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि कनवर्जन कास्ट व खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए और जीपीएफ की सही-सही जानकारी दी जाए। पंकज त्रिपाठी ने कहा कि निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों का शोषण बंद किया जाए। हरिशंकर पांडेय ने कहा कि शिक्षकों का निरीक्षण कम वेतन वाले कर्मचारियों से कराया जाए। रामऔतार दीक्षित ने कहा कि एसएमएस द्वारा हाजिरी लिए जाने, फल, दूध वितरण की व्यवस्था बंद की जाए। अंतरयामी बाजपेई ने कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों के सत्यापन करा कर उनका वेतन निर्गत किया जाए। इस मौके पर विपिन सिंह, करुणोंद्र सिंह, शशिकांत, नीलम रानी, इंदिरा त्रिपाठी, केके शुक्ला आदि मौजूद रहे।
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