बेसिक शिक्षा विभाग एक ओर शिक्षण गुणवत्ता में सुधार के प्लान बनाते नहीं थकता, वहीं दूसरी तरफ बागपत में हर दूसरे प्राथमिक स्कूलों में हेडमास्टर नहीं हैं। इससे स्कूलों का संचालन प्रभावित होना आम बात है। बागपत में 651 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें से 200 प्राथमिक स्कूल और 100 उच्च प्राथमिक स्कूलों में वर्षों से हेडमास्टर के पद रिक्त हैं। हेडमास्टर के पद सहायक अध्यापकों की पदोन्नति से भरे जाने हैं, पर गत दो साल से पदोन्नति का मामला अटका हुआ है।गत पखवाड़े तत्कालीन बीएसए ने सहायक अध्यापकों को पदोन्नति करने को काउंसिलिंग कराने का कार्यक्रम तय भी किया, मगर तभी उनका तबादला हो गया। इससे हेडमास्टर के पद भरने का कार्य फिर अधर में लटक गया। हेडमास्टरों के पद रिक्त रहने से स्कूलों में प्रशासनिक एवं शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। सर्वाधिक प्रतिकूल असर शिक्षण गुणवत्ता पर पड़ता है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राकेश यादव व जिला मंत्री राजकुमार शर्मा ने कहा है कि हेडमास्टर के पदों पर पदोन्नति नहीं होना सहायक अध्यापकों के अधिकारों पर कुठाराघात है। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। बीएसए डा. एमपी वर्मा ने कहा कि डायट प्राचार्य से वार्ता कर सहायक अध्यापकों की पदोन्नति की कार्रवाई की जाएगी।
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