विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया से चयनित परिषदीय स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को तीन माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है। शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन न आने का बहाना बनाया जा रहा है। विभागीय अफसर सुध नहीं ले रहे हैं। जनपद के 1800 परिषदीय स्कूलों में साढ़े पांच हजार शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात है, जो सवा दो लाख बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया के तहत स्कूलों में 1150 शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती की गई थी। इन शिक्षक-शिक्षिकाओं को तीन से चार माह हो गए हैं। शैक्षिक व प्रशिक्षण अभिलेखों को सत्यापन के लिए भेजा जा चुका है। अभी तक सत्यापन न आने की बात कहकर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। 1तीन महीने से वेतन न मिलने से शिक्षक-शिक्षिकाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवार का पालन पोषण नहीं हो पा रहा है। वेतन भुगतान कराने की दिशा में विभागीय अफसर सुधि नहीं ले रहे हैं। शिक्षिकाओं का कहना है कि वेतन न मिलने से बहुत परेशानी हो रही है। अभिलेखों का सत्यापन न आने की बात बताई जा रही है
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