शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बिना मान्यता संचालित हो रहे विद्यालयों पर नकेल कसने की कार्रवाई की जा रही है। जनपद भर में सैकड़ों विद्यालयों में तालाबंदी भी की गई पर शिक्षा क्षेत्र सीयर इस कार्रवाई से अछूता ही रहा। यहां सैकड़ों विद्यालय बिना मान्यता धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी की इस कार्रवाई की हनक भले जिले भर में हो पर सीयर में तनिक भी नहीं है।शिक्षा क्षेत्र सीयर में नगरीय व ग्रामीण इलाका मिलाकर लगभग दो सौ विद्यालय बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं। अंग्रेजी व हंिदूी माध्यमों के नामचीन विद्यालयों के पास भी मान्यता नहीं है पर वे बेखौफ संचालित हो रहे है। कई शिक्षा क्षेत्रों में विद्यालयों को नोटिस दी गई तथा तालाबंदी जैसी बड़ी कार्रवाई भी हुई पर सीयर में इस अभियान का श्रीगणोश भी नहीं हुआ। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर बीएसए की नजर में यह क्षेत्र क्यों नहीं है। आखिरकार इस क्षेत्र के उन विद्यालयों पर नकेल कसी जानी चाहिए जो मोटी रकम लेकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहें है। बिल्थरारोड, सरयांडीहूभगत, हल्दीरामपुर, सोनाडीह, चौकिया समेत दर्जनों गांवों में करीब दो सौ स्कूल अवैध तरीके से आज भी संचालित हैं। इनमें अधिकांश तो बच्चों का प्रवेश अपने यहां करवाते है और प्रमाण पत्र किसी अन्य गांव व शहर में संचालित स्कूल का देते है। सबसे ज्यादा गड़बड़ तो कांवेंट स्कूल के नाम पर संचालित स्कूलों का है। जहां मानक से विपरीत जर्जर वाहन में बच्चों को ठूंसा कर ले जाया जाता है। हर साल किताबों को बदल अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जाती है।
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