बताना मुनासिब होगा कि इन दिनों परिषदीय विद्यालय बंद होने के बाद भी जिला सूखा ग्रस्त घोषित होने के चलते मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए शासन ने निर्देश दिया है। किंतु प्रधानाध्यापक अपनी मनमानी के कारण विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन नहीं बनवा रहे हैं। इसी क्रम में विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन की स्थिति से रुबरु होने के लिए संग्रामपुर खंड शिक्षाधिकारी एनपी सिंह ने क्षेत्र के आठ विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय मल्लूपुर द्वितीय, सरैया कनू, बड़गांव द्वितीय, सरैया पड़ान, खेदा व उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़ा नेवादा, खेदा बंद पाया गया। बीईओ ने सभी बंद विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने के लिए बीएसए को जांच आख्या सौंपी है।
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