गर्मियों की छुट्टी में सरकारी विद्यालयों के बच्चों को मिड-डे मील बांटने का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। ऐसे में मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण भी इसकी सुध नहीं ले रहा है। इसीलिए तीन दिन से शिक्षकों के मोबाइल पर मिड-डे मील की घंटी नहीं बजी है। शासन का सूखाग्रस्त जिलों में मिड-डे मील (एमडीएम) बांटने का आदेश शिक्षको के सामने फेल हो गया। अधिकारी भी कार्रवाई का आदेश देकर रह गए। ऐसे में मिड-डे मील की मॉनीटरिंग के लिए लखनऊ स्थित मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण से आने वाले फोन कॉल का ही सहारा था। मगर तीन दिन से शिक्षकों के मोबाइल पर वहां से भी कॉल नहीं आया। ऐसे में शिक्षकों ने भी राहत की सांस ली है। ऐसे में मिड-डे मील का डाटा जमा ही नहीं हो रहा है। वैसे भी शिक्षक छात्र संख्या शून्य ही दर्ज करा रहे थे। मिड-डे मील के जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार से शुक्रवार तक तकनीकी खामी के चलते मिड-डे मील की कॉल नहीं आई है।
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