परिषदीय विद्यालयों में मौलिक नियुक्ति पाए अनेक शिक्षकों का वेतन नहीं लग सका है। मूल वेतन न लगने से शिक्षकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।शैक्षिक योग्यताओं के सत्यापन की रफ्तार मंद होने से वेतन के लिए चक्कर काट रहे हैं। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनाती शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति के बाद सत्यापन कराने की प्रक्रिया पूरी कराई जाती है। हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, बीएड, बीटीसी आदि शैक्षिक योग्यताओं का संबंधित बोर्ड व संस्थान से सत्यापन पूरी कराकर मूल वेतन बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी कर भुगतान की संस्तुति दी जाती है। सत्यापन पूरा न होने से अनेक शिक्षक मूल वेतन से वंचित है। कई शिक्षक डिस्पैच नंबर लेकर बोर्ड तक का चक्कर काट रहें है।
No comments:
Write comments