बेसिक शिक्षा विभाग के अति जर्जर 50 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के जीर्णोद्धार के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 50-50 हजार रुपए की मांग शासन से की है। बजट आने के बाद इन विद्यालयों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इन विद्यालयों की स्थिति इतनी खराब है कि यह कभी भी गिर सकते हैं और बड़ा हादसा हो सकता है। बच्चों के साथ-साथ शिक्षक भी इन विद्यालयों में आने से डरते हैं। जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग के कुछ प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति बहुत ज्यादा खराब है। यह विद्यालय ऐसे हैं जहां बच्चों को बैठाने में भी डर लगता है। छत एकदम क्षतिग्रस्त हैं और बारिश में पानी टपकता है। जिला समन्वयक निर्माण की रिपोर्ट के आदेश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन से 50 विद्यालयों के लिए 50-50 हजार रुपए की मांग की है, जिससे इन विद्यालयों का जीर्णोंद्धार कराया जा सके। फर्श भी क्षतिग्रस्त है, सीमेंट चटकने लगा है। अभिभावक बच्चों को विद्यालय भेजने में डरते हैं। शिक्षक डर की वजह से स्वयं पढ़ाने में डरते हैं, सर्दियों के समय में तो बच्चों को धूप में बैठाकर पढ़ा लेते हैं, लेकिन गर्मियों में बड़ी दिक्कत होती है और सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब विद्यालय समय में बारिश आ जाए। बेसिक शिक्षा अधिकारी वेदराम ने क्षतिग्रस्त 50 विद्यालयों की सूची बनाकर शासन के लिए भेजी है और सभी के लिए 50-50 हजार रुपए के बजट की डिमांड की है।
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