चेहरे से पसीना टपकना, कपड़े पसीना से सराबोर, लाइन से पीछे हो जाने के डर से घंटों तक पानी पीने न जाना। यह हाल था शुक्रवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में काउंसलिंग को आए अभ्यर्थियों का। चिलचिलाती धूप में बच्चे रोते रहे और मां के सामने लाइन में लगने की मजबूरी दिखी। पंद्रह हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत प्रदेश भर से तकरीबन पांच हजार अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई। गर्मी में कुछ युवतियां तो गश खाकर अचेत भी हुईं, बाद में पानी छिड़क कर उन्हें सामान्य किया गया। इधर 28 जून तक चयनित अभ्यर्थियों की सूची एनआइसी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। अगले ही दिन मूल प्रमाण पत्र लेकर उसी दिन नियुक्ति पत्र वितरित होंगे।1परिषदीय विद्यालयों के लिए चल रही पंद्रह हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत रिक्त चार सौ सीटों के लिए बदायूं से बीटीसी करने वालों की काउंसलिंग पहले ही की जा चुकी है। शासन की ओर से निर्धारित की गई तिथि के अनुसार 24 जून को प्रदेश भर के अभ्यर्थी सुबह से ही डायट में पहुंच गए। जिलों के आधार पर बनाए गए काउंटर पर काउंसलिंग कराई गई। दिन भर चले काउंसलिंग के दौर में सभी कोई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तपती गर्मी में अभ्यर्थियों को लंबी कतार में लगना पड़ा। किसी ने छाता तो किसी ने सिर पर फाइल रखकर गर्मी से निजाद पाने की कोशिश की। कहीं मां बच्चे को दादी के हाथों में सौंपकर लाइन में लगी तो कहीं बच्चे को गोदी में पकड़कर फार्म भरा। तीन दिन में अभ्यर्थियों का चयन कर लिया जाएगा।किसी ने छाता तो किसी ने सिर पर फाइल रखकर धूप से पाई निजात। बेतहाशा गर्मी में काउंसलिंग के लिए कतार में लगीं महिला अभ्यर्थियों को हुई काफी परेशानी। जागरणशिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत डायट में काउंसलिंग कराते अभ्यर्थी।ऑनलाइन आवेदन के आधार पर काउंसलिंग को पहुंचे तमाम अभ्यर्थियों के नाम सूची से गायब मिले। बीएसए प्रेमचंद यादव को लिखित में शिकायत की। आवेदक का नाम व फोन नंबर ले लिया गया है। हालांकि उन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई गई है। जांच के बाद उन्हें काउंसलिंग में सम्मलित किया जाएगा।पिछले दिनों जिले की काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थियों के तीन-तीन बार आवेदन करने की वजह से मेरिट प्रभावित होने का मामला शासन तक पहुंचा था और बदलाव कराया गया, लेकिन प्रदेश स्तरीय काउंसलिंग में लापरवाही सामने आई। तमाम अभ्यर्थियों के नाम सूची में दो-दो बार मिलै।प्रदेश भर के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग होने की वजह से व्यवस्था बनाए रखने के लिए बीएसए कार्यालय के तकरीबन सभी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ज्यादातर कर्मचारी डायट में काउंसलिंग में व्यस्त दिखे और कार्यालय के ज्यादातर कमरों में ताले पड़े होने की वजह से जरूरतमंद वापस लौट गए।काउंसलिंग के लिए जिलावार काउंटर बना दिए गए थे, लेकिन इसकी जानकारी कहीं भी चस्पा नहीं की गई। अभ्यर्थी अपने जिले का काउंटर देखने का इधर-उधर भटकते नजर आ
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