शिक्षा अभियान के तहत आने वाली योजनाओं पर सालभर में कितना खर्च हुआ। वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का लेखाजोखा का हिसाब अब ऑडिट के जरिए पता किया जाएगा। शासन स्तर से इस बाबत दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 18 जुलाई को ऑडिट का कार्य शुरू हो सकता है। सर्वशिक्षा अभियान के तहत जहां शिक्षकों का वेतन शासन स्तर से आता है। इसके अलावा नि:शुल्क ड्रेस, किताब के अलावा मेंटीनेंस सहित कई मदों का पैसा शासन स्तर से हर साल करोड़ों में आता है। जिसे सर्वशिक्षा अभियान के अधिकारियों के स्तर से विद्यालयों को भेजा जाता है। इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्रओं के लिए तमाम सुविधाएं दी जाती हैं, जिसका बजट भी सर्वशिक्षा अभियान के तहत आता है। बताते चलें कि बीएसए देवेंद्र गुप्ता के समय में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के बिलों में तमाम गड़बड़ी करके भेज दी गई थी, जिसे बीएसए ने पकड़ लिया था। इसके बाद तमाम बिलों को बारीकी से देखकर पास किया था। अब बीएसए का तबादला दूसरे जिले में हो चुका है। ऐसे में कई गड़बड़ी बिलों में कर दी गई। ऐसे में अब ऑडिट सर्वशिक्षा अभियान और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का होना है। शासन स्तर से इसके लिए तिथि घोषित कर दी गई है। 18 जुलाई को ऑडिट प्रस्तावित किया गया है, जिसकी जानकारी बीएसए रेखा सुमन को दे दी गई है। ऐसे में ऑडिट की भनक लगते ही कई वार्डन और अधिकारियों की टेंशन बढ़ गई है। डर सता रहा है कि कहीं ऑडिट में उनका घालमेल पकड़ में न आ जाए।
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