लखनऊ । नौकरी की मांग को लेकर वर्ष 1997 से पूर्व के टीईटी
पास मोअल्लिमों ने सोमवार को गांधी प्रतिमा पार्क में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी विधानभवन के घेराव को कूच करने लगे। तभी, पुलिस ने उन्हें रोक
दिया। दो घंटे चले प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद
पुलिस से तीखी नोंकझोंक के बाद सभी वापस पार्क आकर धरना देने लगे।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद ही धरना
समाप्त होगा। ये सभी टीईटी पास मोअल्लिम ए उर्दू एसोसिएशन के बैनर तले
एकजुट हैं। एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष आमिर किदवई ने कहा कि मुख्यमंत्री
ने वर्ष 1996 तक के सभी टीईटी पास मोअल्लिमों को नौकरी देने का वादा किया
था। बावजूद इसके वे अभी तक बेरोजगार हैं। उनका आरोप है कि तीन हजार से अधिक
उर्दू शिक्षकों की भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के द्वारा सैकड़ों लोगों को
नियुक्ति मिल गई लेकिन नौकरी के असली हकदार आज भी सड़कों पर टहल रहे हैं।
उन्होंने मांग की कि इस फर्जीवाड़े की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। वहीं
महासचिव सबीना बानों ने मांग की कि जिस तरह उर्दू भर्ती में सामान्य बीटीसी
को शामिल किया गया है, उसी प्रकार 16448 पदों पर भर्ती में
मोअल्लिम-ए-उर्दू डिग्रीधारकों को शामिल किया जाए।
No comments:
Write comments