परिषदीय विद्यालयों में आठ माह पहले नियुक्त 11 शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के प्रमाण पत्र ही फर्जी पाए गए। जांच में पुष्टि पर डीएम के आदेश के बाद चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। बाकी सात को बर्खास्तगी का नोटिस जारी कर 13 जून तक साक्ष्य तलब किए गए हैं। साक्ष्य न देने पर इन्हें भी बर्खास्त किया जाएगा। 1सितंबर 2015 में जिले में 333 शिक्षक नियुक्त हुए थे। इन्हें जूनियर विद्यालयों में नियुक्त दी गई थी। इनमें से चार शिक्षकों ने आठ महीने तक ज्वॉइनिंग ही नहीं की थी, जबकि चार ऐसे हैं, जिन्होंने कार्यभार तो ग्रहण कर लिया था, लेकिन इन्हें वेतन नहीं मिल पाया था। तीन शिक्षक ऐसे हैं, जो आठ माह का वेतन भी ले चुके हैं। जिन चार शिक्षकों ने अभी तक ज्वॉइन नहीं किया था, उनको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। शनिवार को जिलाधिकारी लोकेश एम ने उनकी बर्खास्तगी पर अपनी मुहर लगा दी, जबकि अन्य शिक्षकों को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया है। जिन शिक्षकों ने वेतन ले लिया है, उनसे वेतन की रिकवरी की तैयारी की जा रही है। प्रभारी भारती शाक्य ने बताया कि जिन चार शिक्षकों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है, उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। शेष शिक्षकों को बर्खास्तगी का नोटिस दिया गया है।
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