लखनऊ में फर्नीचर की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसके बाद अब स्कूल का फर्नीचर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुरुआती चरण में पढ़ाई का कार्य सुचारु कराया जाएगा। बाद में लैब व लाइब्रेरी में फर्नीचर लगाने का काम शिक्षण कार्य के साथ चलता रहेगा। - डॉ. जेपी माथुर, प्रधानाचार्य, मॉडल स्कूल।
छलेसर स्थित समाजवादी अभिनव (मॉडल) स्कूल के अच्छे दिन अब आ रहे हैं। बिजली, पानी व फर्नीचर की समस्या से जूझ रहे इस स्कूल में विद्यार्थियों को सुविधा मुहैया कराने के प्रयास तेज हो गए हैं। पहले दो पंपों से पानी व बिजली का कनेक्शन होने के बाद अब फर्नीचर आना भी शुरू हो गया है। शनिवार को स्कूल में करीब 15 लाख रुपये की लागत का फर्नीचर आ गया है।पहली खेप में स्टूल, कुर्सियां, मेज, शिक्षकों के बैठने का फर्नीचर मंगाया गया है। साथ ही लैब और लाइब्रेरी का फर्नीचर भी आ चुका है। स्कूल में कुल 50 लाख रुपये का फर्नीचर आना है। अब अगले तीन दिनों में बाकी 35 लाख रुपये का फर्नीचर भी मंगाया जाएगा। इससे जुलाई में बच्चों को नए सत्र में फर्नीचर, बिजली व पानी की सुविधाओं के बीच पढ़ाई करने का पहली बार मौका मिलेगा। जब स्कूल में कक्षा छह, सात व आठ की पढ़ाई बिना बिजली, पानी और फर्नीचर के ही हुई थी।1यहां तक कि बच्चों को बैठाने के लिए किराए पर टाट पट्टी मंगाई गई थी।लखनऊ में फर्नीचर की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसके बाद अब स्कूल का फर्नीचर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुरुआती चरण में पढ़ाई का कार्य सुचारु कराया जाएगा। बाद में लैब व लाइब्रेरी में फर्नीचर लगाने का काम शिक्षण कार्य के साथ चलता रहेगा।
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