अटैचमेंट कराकर अन्य विद्यालयों में तैनाती लेकर मौज करने वालों को अपने मूल विद्यालय में लौटना होगा। जुलाई से सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने मूल विद्यालय में ही सेवाएं देंगे। कोई भी शिक्षक या शिक्षिका जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच नहीं किया जाएगा। ऐसा होने पर बीएसए सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश बाबू शर्मा आदेश जारी किए हैं। शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनाती वाला विद्यालय घर से दूर होने की वजह से जिम्मेदारों से सांठगांठ करके पास के विद्यालय में अटैचमेंट करा लेते हैं। जिससे विद्यालयों का छात्र-शिक्षक अनुपात कम हो जाता है। शिक्षण कार्य बदतर होता रहता है। न तो बच्चों को सही ढंग से शिक्षित हो पाते हैं और न ही उन्हें सरकारी योजनाओं का सही ढंग से लाभ मिल पाता है। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान इन विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था धराशायी दिखती है। इसके अलावा बहुत से शिक्षकों को बीएसए कार्यालय में अटैच किए जाने की वजह से शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। ग्रीष्मावकाश के बाद किसी भी शिक्षक या शिक्षिका का अटैचमेंट मिलता है तो बीएसए पर कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी गई है। बीएसए प्रेमचंद्र यादव ने बताया खंड शिक्षा अधिकारियों से अटैच किए गए शिक्षक-शिक्षिकाओं की सूची मांगी गई है। ग्रीष्मावकाश में यह सभी अपने मूल विद्यालय में ही बच्चों को पढ़ाएंगे।
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