खंड शिक्षा अधिकारियों की मनमानी अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। शासन ने ब्लाक स्तरीय अफसरों की कारगुजारियों को संज्ञान में लेते हुए अस्थाई ड्यूटी, प्रसूति व बाल्यकाल अवकाश का ब्योरा तलब कर लिया है। शासन के इस कदम से अनेक शिक्षक व शिक्षिकाओं में हड़कंप मच गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों को विभिन्न तरह के अवकाश स्वीकृत करने का अधिकार प्रदान किए गए हैं। पिछले दिनों प्रसूति अवकाश एवं शिशु देखभाल अवकाशों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। कमोवेश यही स्थिति अस्थाई ड्यूटी की है। बड़ी संख्या में ऐसी ड्यूटी सहजनवां तहसील के तीनों ब्लाक में लगी हुई हैं। कई ड्यूटी तो ऐसी हैं, जिसमें शिक्षक का ब्लाक ही बदल दिया गया है। कई शिक्षक ऐसे हैं जो वर्षो से अस्थाई ड्यूटी पर डटे हुए हैं। उन्हें कभी मूल विद्यालय भेजा ही नहीं गया है, जिसका विपरीत प्रभाव स्कूलों के पठन-पाठन पर पड़ रहा है। कई स्कूल तो कामचलाऊ व्यवस्था में आ गए हैं। शहर के नजदीक के ब्लाकों में तो शिक्षकों की भरमार हो गई है। शासन ने इस बात को संज्ञान में ले लिया है। लखनऊ में बैठे अफसरों ने ब्योरा तलब कर लिया है। इस सूचना को तैयार कराने में खंड शिक्षा अधिकारी मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। इस संबंध में बीएसए ओपी यादव का कहना है कि शासन ने जो जानकारी मांगी है उसकी रिपोर्ट समय से भेज दी जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं
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