जिले में तैनात प्रेरक अब साक्षर ही नहीं बल्कि टीकाकरण के लिए भी लोगों को प्रेरित करेंगे। इसके लिए शासन स्तर से दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। प्रेरकों की ड्यूटी अब इंद्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगाई जाएगी। हेपिटाइटिस, खसरा, काली खांसी, टीबी, चेचक, पोलियो से बच्चों को मुक्ति दिलाने के लिए इंद्रधनुष कार्य क्रम चलाया जा रहा है। अभियान के तहत अब तक जहां लाखों बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं लाखों बच्चे अब भी इस कार्यक्रम का लाभ लेने से वंचित रह गए हैं। अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग मिल कर कार्य करेंगे, जिससे बच्चों में होने वाली सात तरह की बीमारियों से बच्चों को बचाया जा सके। यही वजह है कि टीकाकरण से वंचित बच्चों का टीकाकरण कराने के लिए अब प्रेरकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। प्रेरक एएनएम और बीएचडब्ल्यू के सहयोगी के रुप में कार्य करेंगे। यह लोग बच्चों के माता-पिता को टीकाकरण के लिए जागरुक भी करेंगे। घर घर जाकर बच्चों के माता पिता को यह भी बताएंगे कि कौन सा टीका किस माह और कितनी उम्र पर लगाया जाएगा। सीएमओ डा. आरडी तिवारी ने बताया कि बीएसए से वार्ता की जा रही है।
No comments:
Write comments