वेतन के लिए दर दर भटक रहे परिषदीय विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं को राहत मिलने की उम्मीद जागी है। अब न सत्यापन का कागज फाइलों में दबेगा और न ही कंप्यूटर में दर्ज होने में गड़बड़ी होगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नई व्यवस्था लागू की है। बीएसए कार्यालय में सत्यापन आते ही एक सप्ताह में वेतन की प्रक्रिया पूरी कर वेतन आदेश जारी कर दिया जाएगा।सर्दी और गर्मी में दौड़ दौड़कर विद्यालय जाने वाले शिक्षक शिक्षिकाएं अब वेतन के लिए परेशान हैं। कोई सत्यापन को लेकर कोई रजिस्ट्री तो कोई सत्यापन की जानकारी के लिए भटक रहा है। सैकड़ों की संख्या में शिक्षक शिक्षिकाओं को अभी वेतन नहीं जारी हो सका है। दूर दूर जिलों के रहने वाले यह लोग परेशान घूम रहे हैं और तो और उन्हें कोई सही जानकारी देने वाला तक नहीं है। जागरण ने उनकी पीड़ा को उठाते हुए कई खबरें प्रकाशित की। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने व्यवस्था में पूरा परिवर्तन कर दिया है। बीएसए ने बताया कि सत्यापन आने के एक सप्ताह के अंदर ही पूरी प्रक्रिया हो जाएगी। अगर सत्यापन सही है तो वेतन आदेश जारी हो जाएगा। किसी भी शिक्षक शिक्षिका को परेशान होने की जरूरत नहीं है। बीएसए श्री सिद्दीकी का कहना ह कि अब कोई भी सत्यापन न खोएगा और न ही फाइल में दबेगा। अगर किसी का सत्यापन आया हुआ और उसे सही से दर्ज नहीं किया गया तो सबंधित के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी।बनाई गई तीन सदस्यीय समिति : सत्यापन में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए बीएसए ने तीन सदस्यीय समिति भी बनाई है। जिससे वेतन आदेश जल्दी तो जारी ही हो जाएंगे गड़बड़ी भी नहीं हो सकेगी। बीएसए श्री सिद्दीकी ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय आरपी त्रिपाठी की अध्यक्षता वाली समिति में बीइओ पवन द्विवेदी और शैलेश द्विवेदी को रखा गया है। सत्यापन आने के बाद प्रक्रिया पूरी होगी। समिति इसकी जांच कर पत्रवली उनके पास भेजेगी और वह उस पर आदेश जारी करेंगे
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