शिक्षक शासनादेश के तहत बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करने की कर रहे थे मांग
शाहजहांपुर। हिन्दुस्तान संवादबीएलओ ड्यूटी का विरोध करना प्राथमिक शिक्षकों को महंगा पड़ गया। ड्यूटी नहीं लगाने के लिए ज्ञापन देने गए शिक्षकों को डीएम ने फटकार लगा दी। शिक्षकों का अपना मोबाइल से फोटो खींच लिया। एडीएम से कहा कि इन सबकी जांच कराकर सस्पेंड कर दो। प्राथमिक शिक्षक संघ का शिष्टमंडल गुरुवार को डीएम से मिलने पहुंचा। शिक्षकों ने एडीएम एमएन उपाध्याय की ओर ज्ञापन बढ़ाया। तभी डीएम की नजर शिक्षकों पर पड़ गई। उन्होंने मास्टरों को आड़े हाथों लिया। बोलीं-बार-बार आने से ड्यूटी नहीं कटेगी। शिक्षक बीएलओ ड्यूटी और शिक्षण काम करना नहीं चाहते हैं। इतनी बात कहने के बाद डीएम ने अपने स्टेनो से मोबाइल लिया। ज्ञापन देने आए शिक्षकों का फोटो खींच लिया। उन्होंने एडीएम से कहा कि सबकी जांच कराकर सस्पेंड कर दो। दो टूक कहा कि जहां ड्यूटी लगी है, वहीं पर काम करना होगा। शिक्षकों के नहीं पढ़ाने की वजह से शिक्षा की गुणवत्ता नीचले दर्जे की हो गई। इतनी बात सुनकर शिक्षकों के चेहरे लटक गए। मायूसी होकर सभी कक्ष से बाहर निकल आए। ज्ञापन देने वालों में जिला मंत्री देवेश बाजपेई, मीडिया प्रभारी राजकुमार तिवारी, सरताज अली, मुनीश मिश्र, अर¨वद मिश्र, अरूण शुक्ला, राजेश्वर सिंह, नागेंद्र पाठक, रामू गुप्ता, रावेंद्र कुमार शामिल रहे।
No comments:
Write comments