साक्षरता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई है। साक्षर भारत पुरस्कार के लिए जिला स्तर से लेकर प्रेरक स्तर तक को सम्मानित किया जायेगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करके रिपोर्ट देने को कहा है। गांवों में रह रहे निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए साक्षर भारत मिशन के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके लिए जिले में 1054 लोक शिक्षा केंद्र संचालित है। जहां पर दो-दो प्रेरक तैनात है। इसके साथ ही कई अन्य स्तर पर निगरानी का इंतजाम है। इसके साथ ही अब बेहतर कार्य करने वाले जिला समन्वयक से लेकर प्रेरकों को सम्मानित किये जाने के लिए आवेदनपत्र मांगे गए हैं। इन आवेदनों के आधार पर बेहतर कार्य करने वालों का चयन कमेटी द्वारा किया जायेगा। जिसके आधार पर आठ सितंबर को सम्मानित किया जाएगा होगी निगरानी लोक शिक्षा केंद्रों एवं साक्षरता केंद्रों का पर्यवेक्षण नियमित रूप से जनपदीय अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह गांव में भ्रमण के समय यह सुनिश्चित करें कि पर्यवेक्षण अधिकारी लोक शिक्षा केंद्रों का निरीक्षण एवं प्रेरकों की उपस्थिति एवं उनके कार्यों का मूल्यांकन करें। इसके साथ ही जिला व ब्लॉक समन्वयक के कार्यों की भी समीक्षा की जाए। जिला समन्वयक रणजीत प्रताप सिंह व शिशिर श्रीवास्तव ने बताया कि निर्देश के क्रम में कार्रवाई की जा रही है।
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