बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अलावा माध्यमिक से सम्बद्ध प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को फल वितरण की योजना चार जुलाई से विद्यालयों में शुरू हुई थी। योजना का क्रियान्वयन न कराने वाले और उस दिन विद्यालयों से गायब रहने वाले शिक्षकों व शिक्षामित्रों पर जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएसए ने कार्रवाई की है। उन्होंने 15 शिक्षकों व तीन शिक्षामित्रों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया है। शासन की सख्ती के बाद अधिकारी भी बच्चों से जुड़ी योजनाओं के प्रति गंभीर हो गए हैं। विद्यालयों के प्रति छात्रों का रुख बढ़ सके, इसके लिए नई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। चार जुलाई से विद्यालयों में फल वितरित कराने की योजना शासन के निर्देश पर जारी की गई। योजना का पहले दिन निरीक्षण करने की जिम्मेदारी जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा पंचायत और राजस्व कर्मियों को भी सौंपी गई। पहले दिन तमाम विद्यालयों में योजना का क्रियान्वयन नहीं कराया गया था। बीएसए कार्यालय में निरीक्षण रिपोर्ट आ जाने के बाद बीएसए रेखा सुमन के स्तर से पूरी रिपोर्ट तैयार कराई गई। अब बीएसए के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालय धुबई के हेड शिक्षक राघवेन्द्र सिंह व सहायक अध्यापक यशपाल सिंह, प्राथमिक विद्यालय बनवारीपुर के हेड शिक्षक विनोद कुमार, शिक्षामित्र महीपाल सिंह, बबली, प्राथमिक विद्यालय खेड़िया कलां के सहायक अध्यापक आलोक, चंदर सिंह, प्राथमिक विद्यालय पौपपुर के हेड शिक्षक प्रवीन कुमार, सहायक अध्यापक दीपक सिकरवार, उच्च प्राथमिक विद्यालय बरगवां के हेड शिक्षक सत्यप्रकाश, प्राथमिक विद्यालय रतिभानपुर के शिक्षामित्र रमेश चंद्र, प्राथमिक विद्यालय नगला कोडा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक नौशील शर्मा, प्राथमिक विद्यालय गोलपुरा की इंचार्ज प्रधानाध्यापक सरोज सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय करकौली के इंचार्ज प्रधानाध्यापक राजेन्द्र सिंह, प्राथमिक विद्यालय सैनपुर की सहायक अध्यापिका सुप्रिया चौहान, प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर जाटान के हेड मास्टर रवेन्द्र सिंह और सहायक अध्यापक सविता कुमारी का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश बीएसए की ओर से जारी कर दिए गए।
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