विकलांग कोटे से नौकरी करने के बाद भी प्रमाणपत्रों की जांच कमेटी का सामना न करने वाले दिव्यांग शिक्षकों पर संकट के बादल नजर आ रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर चल रही जांच में 19 दिव्यांग शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। डायट में हाजिर होकर इन सभी को सीएमओ लखनऊ के सामने प्रमाण पत्रों के साथ हाजिर होने का आदेश दिया गया है।विशिष्ट बीटीसी 2007-08, सामान्य चयन और विशेष चयन प्रक्रिया में अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ जिले में 69 ने विकलांग कोटे में नौकरी पाई थी। विकलांग प्रमाण पत्रों की जांच को लेकर काफी बवाल हुआ था और जांच भी हुई थी, कुछ ने जांच समिति को अपने तथ्य दिखाए थे पर ऐसे बहुत से थे जो हाजिर ही नहीं हुए। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा तो आदेश पर शासन स्तर से जांच शुरू की गई है। डायट प्राचार्य डा. एमपी सिंह ने बताया कि 69 में 19 अध्यापक ऐसे हैं, जिन्होंने कभी जांच समिति का सामना ही नहीं किया और उन्हीं पर अब ज्यादा जोर है, इन सभी को जांच अधिकारी सीएमओ लखनऊ के सामने हाजिर होना पड़ेगा। इनको नोटिस जारी कर आठ सितंबर 2009 को अपने सभी प्रमाण पत्रों के साथ डायट में हाजिर होने के लिए कहा गया है। डायट से इन सभी को एक टोकन दिया जाएगा और उसी के साथ इन सभी को 15 सितंबर 2009 को लखनऊ सीएमओ के सामने पेश होना पड़ेगा। प्राचार्य ने बताया सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जांच हो रही है।
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