जिन एनपीआरसी पर परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता का दारोमदार है, जब वही स्कूल से नदारद मिलेंगे तो नौनिहालों का भविष्य का अंदाज लगाना मुश्किल नहीं है। न्याय पंचायत संसाधन केंद्र समन्वयक को अपने न्याय पंचायत के समस्त स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता की जिम्मेदारी होती है, इसके बावजूद एनपीआरसी अपने विद्यालय से ही नदारद हैं। खुलासा दूरभाष से कराई जांच से हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने मोबाइल पर प्राप्त सूचना के आधार पर ब्लॉक सिंधौली के प्राथमिक व उच्च विद्यालय अनावां की जांच कराई। प्राथमिक विद्यालय में चार सापेक्ष दो शिक्षक नदारद मिले। उच्च प्राथमिक विद्यालय अनावां में दो अनुदेशक व दो शिक्षक समेत पूरा शैक्षिक स्टाफ गायब मिला। उच्च प्राथमिक विद्यालय अनावां में खास बात यह है कि अनावां के शिक्षक पंकज पांडेय जो अनावां न्याय पंचायत संसाधन केंद्र के प्रभारी समन्वयक (एनपीआरसी) भी हैं। वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित मिले। अर¨वद गौतम जो पूर्व असिसटेंट ब्लॉक रिसोर्स सेंटर कॉर्डिनेटर एबीआरसी रह चुके हैं, विद्यालय से अनुपस्थित मिले। बीएसए ने गैरहाजिर समस्त शिक्षक, अनुदेशकों का अनुपस्थित दिवस का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी कर दिया है। बता दें कि दैनिक जागरण ने 16 जुलाई के अंक में परिषदीय विद्यालयों में निरंतर हो रही शैक्षिक गिरावट के लिए आगाह करते हुए एनपीआरसी पर इशारा किया था। शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के लिए एनपीआरसी पदेन पद का गठन किया था।
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