गर्मी की छुट्टी के बाद एक जुलाई को ही छुट्टी पड़ गई है। अब परिषदीय विद्यालय दो जुलाई से खुलेंगे। ऐसे में नौनिहालों का पहला कदम दूसरी को ही पड़ेगा। वैसे तो आइसीएसई और सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त कान्वेंट पहले से ही अपने हिसाब से विद्यालयों का संचलन शुरू कर दिया है, लेकिन सरकारी स्कूल तो निर्धारित तिथि से ही खुलेंगे। इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग भी गंभीर है। विद्यालय खुलने से पहले ही पठन-पाठन और मध्याह्न् भोजन योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। 1बीएसए ओमप्रकाश यादव के अनुसार विद्यालय सुबह 8 से एक बजे तक संचालित होंगे। शैक्षिक सत्र की शुरुआत से मध्याह्न् भोजन के दौरान बच्चों को अब प्रत्येक सोमवार को फल और बुधवार को अनिवार्य रूप से दूध वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी और प्रधानाध्यापकों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। पठन-पाठन और मध्याह्न् भोजन को लेकर शासन सख्त है। जिलाधिकारी ओएन सिंह ने सोमवार को विशेष निगरानी अभियान चलाने का आदेश जारी कर दिया है। निरीक्षण पंचायती राज अधिकारी और राजस्व विभाग के संबंधित अधिकारी और कर्मचारी करेंगे। 22 जुलाई तक रिपोर्ट प्राप्त कर शासन को भेजी जानी है। बीएसए के अनुसार जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में तहसील के समस्त परिषदीय विद्यालय और बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न् भोजन की समीक्षा करेंगे। जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजेंगे।
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