स्कूल की फीस जमा न कर पाने पर शिक्षिकाओं द्वारा छात्र के घर जाकर पिता से किये गए अभद्र व्यवहार से आहत नौवीं की छात्र प्रियांशी उर्फ जैसमीन द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने प्रधानाचार्या समेत आरोपी चार शिक्षिकाओं को जेल भेज दिया। । फरार दो शिक्षिकाओं मधु व प्रियंका की तलाश की जा रही है। तनाव के चलते क्षेत्र में पुलिस तैनात है। छात्र की मां रानी अपने गांव से गुरुवार सुबह गाजियाबाद पहुंची। पोस्टमार्टम के बाद छात्र का दोपहर में ¨हडन घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें कि सिहानी गेट क्षेत्र के सेवानगर निवासी रतन सिंह निजी सिक्योरिटी गार्ड है। परिवार में पत्नी रानी, प्रियांशी के अलावा दो बेटी, अनुष्का व कृष्णा बेटा सुदक्ष है। प्रियांशी उर्फ जैसमीन (14) ने इसी साल घूकना स्थित डीएसपी स्कूल से आठवीं, अनुष्का चौथी, कृष्णा दूसरी व सुदक्ष ने नर्सरी पास की थी। स्कूल फीस बढ़ने के कारण रतन सिंह ने दूसरे स्कूलों में एडमिशन करा दिया था। कारण वह पुराने स्कूल में बच्चों की दो से तीन माह की फीस जमा नहीं कर पाया था। बुधवार को घर पर रतन सिंह बच्चों के साथ था, जबकि रानी गांव गई हुई थी। इस दौरान स्कूल की करीब छह शिक्षिकाएं, ¨प्रसिपल व प्रबंधन के करीब चार लोगों ने रतन सिंह से अभद्रता कर पिटाई की और रतन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस को बुला लिया। पुलिस दोनों पक्षों को हिरासत में लेकर चौकी ले आई। पिता के अपमान से आहत प्रियांशी ने कमरे के दरवाजे की ग्रिल से दुपट्टे का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। गुस्साये लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी की थी और थाने में ही आरोपी शिक्षिकाओं प्रिंसिपल शशि, दुर्गेश, कविता आदि की धुनाई की थी।जासं, गाजियाबाद: स्कूल की फीस जमा न कर पाने पर शिक्षिकाओं द्वारा छात्र के घर जाकर पिता से किये
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