शिक्षा विभाग प्रदेश सरकार के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है। अन्य जिलों में तैनात अंशकालिक अनुदेशकों के नवीनीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी होने को है जबकि यहां का विभागीय प्रशासन अब तक जिले के अनुदेशकों के नवीनीकरण प्रक्रिया को ही शुरू ही नहीं कर सका है। इससे सैकड़ों अनुदेशक अपने नवीनीकरण के लिए अधिकारियों की चौखट नापने को मजबूर हैं। परियोजना शासनादेश के अनुसार नवीनीकरण की प्रक्रिया विगत 30 जून तक पूरी की जानी थी। जिले के सौ से अधिक विद्यालयों में साढ़े चार सौ से ज्यादा अंशकालिक अनुदेशक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा अनुदेशकों को बीएलओ ड्यूटी में भी लगा दिया गया है। अब ऐसे में अनुदेशक विद्यालय का कार्य करें या फिर बीएलओ ड्यूटी ? जगह जगह ड्यूटी लगाये जाने से विद्यालयों में भी शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। इसको लेकर अनुदेशकों का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष पुनीत यादव की अगुवाई में आज बीएसए से मिला और इस बाबत शिकायत की। बीएसए पन्नाराम गुप्ता ने बताया कि जानकारी नहीं है, तथ्यों का परीक्षण कर कार्रवाई की जायेगी।
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