सहपऊ ब्लॉक के सह समन्वयक पर शिक्षक ने रुपये मांगने का आरोप लगाया है। जन सुनवाई में शिकायत होने के बाद अब अधिकारियों के स्तर से जांच पड़ताल कराई गई।ब्लॉक सह समन्वयकों को विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने की जिम्मेदारी दी गई है। हर ब्लॉक में पांच-पांच सह समन्वयक तैनात हैं, लेकिन अधिकतर सह समन्वयक विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने की जगह मनमानी कर रहे हैं। सहपऊ ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय शेरपुर के हेड मास्टर ने दस हजार रुपये मांगने का आरोप सह समन्वयक बृजमोहन बघेल पर लगाया था, जिसकी शिकायत जन सुनवाई के तहत जिलाधिकारी के समक्ष की गई। शिकायत में कहा गया है कि डीएम ने जांच पड़ताल कराने के निर्देश बीएसए रेखा सुमन को दिए हैं। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी को इस प्रकरण की जांच करने के निर्देश दे दिए। खंड शिक्षा अधिकारी ने सहपऊ बीआरसी पर जाकर मामले की पड़ताल की और बयान दर्ज किए। हेड मास्टर सुशील कुमार ने बयानों में कहा कि सहसमन्वयक बृजमोहन बघेल ने बेटी बचाओं कार्यक्रम के लिए पांच हजार का चेक मांगा। मैंने चेक देने से मना कर दिया तो धमकी दी गई कि किसी मामले में फंसवा दिया जाएगा। आरोपी सह समन्वयक ने अपने बयान में कहा कि बेटी बचाओ के कार्यक्रम में खर्च हुए अपने 12 सौ रुपये हेड मास्टर से मांगे गए थे। 10 हजार रुपये के आरोप पूरी तरह गलत हैं। खंड शिक्षा अधिकारी सादाबाद जितेंद्र चौधरी ने बीएसए को दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एबीआरसी द्वारा पैसे तो मांगे गए और कुछ विद्यालयों के चेक अपने नाम कटवाए गए, लेकिन संकुल प्रभारी सर्वेश कुमार के कई हेड मास्टरों के बयान लिए गए, जिनको अवलोकन करने के बाद यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि बृजमोहन ने पैसे अपने निजी हित या अन्य कार्य के लिए मांगे। खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट का अवलोकन के बाद बीएसए के स्तर से अब इस मामले में पुन: जांच पड़ताल कराई जा रही है। बीएसए रेखा सुमन ने बताया कि इस बाबत ब्लॉक सहसमन्वयक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
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