परिषदीय विद्यालयों में विकलांग कोटे के आठ दिव्यांग शिक्षक शिक्षिकाओं को मेडिकल बोर्ड से भागना भारी पड़ रहा है। अब जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान उनके घरों को नोटिस भेज रहा है।विकलांग कोटे में नौकरी हासिल करने का खेल काफी दिनों से चल रहा था। परिषदीय विद्यालयों में हुई भर्ती में जमकर खेल हुआ। विशिष्ट बीटीसी 2007, विशिष्ट बीटीसी 2008, विशेष चयन आदि में कई फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर भर्ती हो गए। मामले की जांच हुई बोर्ड बनाया गया लेकिन काफी संख्या में तो कोटे से नौकरी करने वाले बोर्ड के सामने ही नहीं गए। हालांकि फिर धीरे धीरे मामला शांत हो गया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शासन स्तर से फिर से जांच शुरु की गई है और जिला स्तर पर बोर्ड बनाया गया है। जिसमें आठ को चिन्हित किया गया था। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य डा. एमपी सिहं ने बताया कि आठ की जांच के लिए बोर्ड बनाया गया लेकिन तीन ने प्रत्यावेदन दिया था और पांच तो सामने ही नहीं आए। अब उनके मूल निवास को नोटिस भेजा जा रहा है। जिसके लिए बीएसए से पूरा पता पूछा गया है। वहीं अभी हाल में ही 19 को नोटिस जारी हो चुकी है।
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