आई केयर इंडिया द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ विश्वविद्यालय एवं जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित अंकुरम कार्यक्रम के अंतर्गत एक जिला स्तरीय कार्यशाला संगीत नाटक अकादमी में शुक्रवार को आयोजित की गयी। कार्यशाला में 100 सरकारी प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक, प्रधान, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं आई केयर इंडिया के इंटर्न व स्वयंसेवक शामिल हुए। इंटर्न और अध्यापकों द्वारा विद्यालयों के रूपांतरण की दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर कार्यशाला में चर्चा हुयी तथा कई अध्यापकों ने अपने अनुभव साझा किए।जिलाधिकारी राज शेखर ने कहा कि अंकुरम के अंतरगत 100 विद्यालय लिए गए हैं। इनकी प्रगति की समीक्षा तीन सितंबर को राज्य स्तरीय कार्यशाला में की जाएगी। इसका अंतिम लक्ष्य बच्चों में बदलाव लाना है। उन्होंने अंकुरम के तीन मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा करते हए कहा कि इसके अंतरगत बुनियादी सुविधाओं में सुधार, बच्चों का व्यक्तित्व विकास तथा उनके पठन-पाठन में सुधार पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा है। यह कार्यक्रम सरकार के लिए बहुत अहम् है और इसमें जो लोग अच्छा कार्य कर रहें है उन्हें सम्मानित किया जायेगा साथ ही जो लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं अथवा व्यवधान उत्पन्न कर रहे है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवार्ठ भी की जाएगी। उन्होंने प्रधानों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि चयनित विद्यालयों से जुड़े ग्राम प्रधानों और पंचायत कर्मियों के कार्य का मूल्यांकन इन विद्यालयों की प्रगति के आधार पर किया जाएगा। अंकुरम एक कार्यक्रम ही नहीं है अपितु यह सबका मिशन है। उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी लोगों का आह्वान किया तथा आई केयर इंडिया के वालंटियर्स और इंटर्न के साथ जुटकर काम करने के निर्देश दिए। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत शर्मा ने बताया कि 100 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के रुपांतरण के लिए प्रशासन द्वारा हर तरह का सहयोग दिया जा रहा है, किन्तु संसाधन से ही सब कुछ नहीं बदलता, इसके लिए आई केयर इंडिया के इंटर्न के साथ मिलकर कार्य करना पड़ेगा। कार्यक्रम में आई केयर इंडिया की ओर से चेयरमैन अनूप गुप्ता ने सबका धन्यवाद ज्ञापित किया।
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