बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (बीटीसी) में प्रवेश के लिए प्रशिक्षण संस्थानों में युवाओं की चहल-कदमी शुरू हो गई। प्रशिक्षण के लिए टोह लेने वालों के कदम प्रशिक्षण के जिले की सर्वोच्च संस्था डायट के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं। जिले से प्रतिवर्ष सरकारी और निजी तौर पर 550 युवक-युवतियों को बीटीसी ट्रेनिंग के लिए दक्ष किया जाता रहा है। बीटीसी प्रशिक्षण 2015-16 की मेरिट लिस्ट शासन से जारी होने और गैर जिलों में गतिविधि तेज हो जाने से बीटीसी प्रशिक्षण की चाह रखने वालों में बेचैनी दिखने लगी है। पड़ोसी जनपदों में प्रवेश के लिए कार्यक्रम भी तय हो चुके हैं लेकिन जिले में अभी तक कोई कार्यक्रम नहीं तय किया जा सका है। इसके बाद भी प्रवेशार्थियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। डायट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) में टोह लेने के लिए लोग आने लगे हैं। बतातें चलें कि डायट में 200 और 10 निजी कॉलेजों में 350 सीटें शासन ने आवंटित कर रखी हैं। इस दफा कुछ कॉलेजों की मान्यता से निजी कालेजों में इजाफा हुआ है। डायट प्राचार्य रविशंकर ने बताया कि अभी तक कोई शासनादेश नहीं मिला है। प्रवेश प्रक्रिया का काम होना है। शासन से संपर्क साध कर जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया की घोषणा की जाएगी।
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