उत्कृष्ट विद्यालय के चयन के बाद अब परिषदीय विद्यालयों में साफ-सफाई व्यवस्था अच्छी रखने वाले विद्यालयों को ’स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार-2016’ से भी नवाजा जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन नामांकन के आधार पर पुरस्कार के लिए निर्धारित मानकों के अनुसार वेबसाइट पर उत्तम प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों की सूची तैयार की गई है। इनमें राजधानी के तीन विद्यालय शामिल हैं जिनमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय उत्तर धौना, प्राथमिक विद्यालय नौबस्ता कला एवं प्राथमिक विद्यालय दादोपुर शामिल हैं। अब जनपद स्तरीय पुरस्कार के लिए ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों की जांच जिलाधिकारी अथवा उनके द्वारा नामित अधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति करेगी। इनमें बीएसए, तीन प्रख्यात शिक्षक, अधिशासी अभियंता उप्र जल निगम, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सोसाइटी संगठनों के दो सदस्य शामिल होंगे।दरअसल, परिषदीय विद्यालयों में साफ-सफाई की हालत अच्छी नहीं है। ज्यादातर विद्यालयों में शौचालय होने के बाद भी वहां की स्थिति खराब है। जिससे बच्चे उसका उपयोग नहीं करते हैं। साफ-फाई के निर्देश के बावजूद स्थिति में कोई खास सुधार न आता देख सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने नया तरीका निकाला। हर जिले के तीन सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को उत्तम स्वच्छता व्यवहार तथा सुविधाओं के संचालन एवं रखरखाव में भागीदारी का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित करने की योजना तैयार की। इसके लिए विद्यालयों से ऑनलाइन नामांकन कराए गए।स्कूलों का सत्यापन करेगी कमेटीजिला स्तरीय कमेटी जिले में अध्यापक तथा छात्रों की टीम द्वारा चयनित विद्यालयों का सत्यापन कर सकती है। सत्यापन के बाद उच्चतम स्कोर वाले विद्यालयों को जनपद स्तर पर प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशालय की अपर परियोजना निदेशक राजकुमारी वर्मा की ओर से निर्देश में कहा गया है कि जनपदीय पुरस्कार घोषित करने की तिथि 31 अगस्त निर्धारित है। जनपद स्तर पर पुरस्कृत पांच स्टार (ग्रीन) तथा चार स्टार (ब्लू) विद्यालयों पर राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए राज्य स्तरीय समिति सत्यापन के बद विचार करेगी।
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