परिषदीय स्कूलों की शिक्षा पटरी पर लाने का हर जतन हो रहा है। डीएम के निर्देश पर बीएसए विनय कुमार ने स्कूलों के समय पर खुलने और समय पर बंद होने की पड़ताल शुरू की है। सोमवार को अमौली ब्लाक क्षेत्र में बीएसए ने स्कूल व सड़क पर पहरा लगाया तो हकीकत खुल कर समाने आ गयी। करीब 38 शिक्षक ऐसे पकड़ में आए जो स्कूल समय से पहले ही ताला बंद कर घर के लिए रवाना हो गए। बीएसए ने इन्हें बीच रास्ते पकड़ते हुए चार शिक्षकों का एक दिन का वेतन काट दिया जबकि तीन को प्रतिकूल प्रविष्ट देने के साथ 34 से बीईओ के माध्यम से स्पष्टीकरण तलब किया। बता दें कि अमौली व मलवां ब्लाक क्षेत्र में अधिकांश शिक्षक कानपुर महानगर, उन्नाव, कानपुर देहात से आते है। गैर जनपद से आवागमन करने वाले शिक्षकों ने गुट बनाकर एक एक वैन किराए पर लगा रही है। जो उन्हें स्कूल तक पहुंचाती और ले जाती है। ऐसे शिक्षक लेट-लपेट स्कूल पहुंचते और जल्दी स्कूल बंद कर निकल जाते है। इन शिक्षकों को पकड़ा : आशीष रस्तोगी, अनीषा देवी, उपेन्द्र नाथ, प्रीती पांडेय, मीनक्षी, राम स्वामी, अर्चना कटियार, अमित यादव, सरिता, सुनील कुमार, सुबोध कुमार मनीष कुमार, सुमन देवी, सनद कुमारी, नीलम देवी, श्रद्धा, पूजा, प्रतिभा देवी, सुधीर सिंह, माया देवी, नेहा श्रीवास्तव, आशीष कुमार, दीपिका गौर, नीरज कुमार, प्रियतमा, सुमन, रचना सचान, प्रीती सिंह, प्रीमन सचान, श्रीकांती, राजकुमार, रश्मि उत्तम, नीलम देवी व अनुदेशक व सोनी व नेहा। तथा विरनई प्रथम की श्वेता गुप्ता, मीना देवी रनीज जहरा को प्रतिकूल प्रविष्ट दी गयी।
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