शासन ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक और छात्रों का उत्साह बढ़ाने तथा विद्यालय में शिक्षा का माहौल स्थापित करने के लिए फिर से ‘टीचर लर्निग मैटेरियल’ (टीएलएम) योजना की शुरुआत कर दी है। इस बार शिक्षा का अधिकार कानून का अनुपालन करने वाले कान्वेंट स्कूलों को भी योजना का लाभ मिलेगा। शासन के निर्देश पर टीएलएम के तहत विद्यालयों को मिलने वाला अनुदान बेसिक शिक्षा विभाग को मिल गया है। जल्द ही शिक्षकों को निर्धारित धनराशि मिल जाएगी। प्रति शिक्षक 500 रुपये अनुदान प्रदान किया जाएगा। शिक्षक इस धनराशि से छात्रों के लिए मानचित्र, चार्ट पेपर और छात्रों से संबंधित उपयोगी उपकरण खरीद सकते हैं। जिससे कक्षा में शिक्षा का माहौल स्थापित किया जा सके। धनराशि को बाल केंद्रित, बाल निर्मित, आनंददायक और सुविधाजनक बनाने के लिए भी खर्च किया जा सकता है। इस बार शासन ने निजी विद्यालयों को भी अनुदान देने की योजना बनाई है। शासन का कहना है कि शिक्षा का अधिकार कानून का अनुपालन करने वाले बेसिक शिक्षा विभाग, यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आइसीएसई से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को योजना का लाभ प्रदान किया जाए। यानी, जो कान्वेंट गरीब बच्चों को निश्शुल्क पढ़ा रहे हैं, उनके शिक्षकों को भी टीएलएम प्रदान किया जाएगा। यह महत्वाकांक्षी योजना नई नहीं है। तीन वर्ष पहले सरकार ने धनराशि देने में हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन जब विद्यालयों में लगातार शिक्षा का माहौल गिरने लगा तो फिर याद आई।
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