कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ रही बालिकाओं के शैक्षिक स्तर की जांच में पाया गया कि 38 प्रतिशत बालिकाएं 100 तक की संख्या भी नहीं पहचान पा रही हैं। 44 फीसदी बालिकाएं ऐसी हैं, जो प्रारंभिक और अक्षर पर हैं। प्रथम संस्था के बेस लाइन सर्वे में इसका खुलासा होने के बाद अब बेटियों का शैक्षिक स्तर सुधारने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। इसके लिए सभी 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। 1बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक में 1700 बालिकाएं पढ़ रही हैं। इन बालिकाओं का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए निर्देश दिया गया है। साथ ही कई अन्य स्तर पर सुधार के कार्यक्रम चलाए गए। पिछले दिनों डीएम आशुतोष निरंजन के निर्देश पर गोंडा पढ़ो, सीखो और बढ़ो अभियान शुरू किया गया। जिसके माध्यम से बालिकाओं के भाषा एवं गणितीय दक्षता संवर्धन की पड़ताल की गई। जिसमें उजागर हुई तस्वीर के बाद अब बालिकाओं को भाषा व गणित का विशेष प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया गया। प्रथम संस्था के जिला समन्वयक शिव भान सिंह ने बताया कि सभी कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है, जो दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद जनवरी से मार्च माह तक प्रशिक्षण का दूसरा चरण शुरू होगा। बालिका शिक्षा की जिला समन्वयक रजनी श्रीवास्तव ने बताया कि इसके माध्यम से बालिकाओं को आधार भूत कौशल, संवाद, संप्रेक्षण व व्यवहारिक ज्ञान के साथ ही अन्य गतिविधियों पर जानकारी दी जा रही है। उन्होंने तरबगंज व बेलसर का औचक निरीक्षण करके प्रशिक्षण के बाबत जानकारी हासिल की। साथ ही कई अन्य ¨बदुओं पर निर्देश दिए गए।
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