आल टीचर्स एम्पालाइज वेलफेयर एसोसिएशन की स्थानीय इकाई से जुड़े लोगों ने शुक्रवार को शिक्षकों के मध्य जनसंपर्क अभियान चलाया। इसमें कहा गया कि उनका संघर्ष रंग लाया है। अब पुरानी पेंशन की बहुप्रतिक्षित मांग जल्द पूरी होने की संभावना है। संगठन के मंत्री बिरजू सरोज ने बताया कि पिछले पांच दिनों से लखनऊ के जीपीओ पार्क में भूख हड़ताल कर रहे थे। शासन ने 25 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष की भूख हड़ताल को खत्म करवाकर मांगे पूरी करवाने का आश्वासन दिया है। कहा गया कि अटेवा पेंशन बचाओ मंच के लोगों को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जब प्रदेश के मुख्य सचिव ने उनकी मांग स्वीकार करते हुए कहा कि यद्यपि यह मामला बड़ा है किंतु सभी टीचरों व कर्मचारियों को पेंशन का लाभ दिया जाएगा। उधर संगठन के जिला संयोजक धर्मवीर सिंह का कहना है कि हमारे संगठन को एमएलसी राजपाल कश्यप का विशेष सहयोग रहा। उन्होने कहा कि भूख हड़ताल पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष का जन्माष्टमी के दिन उन्होंने जूस पिलाकर जहां धरना समाप्त कराया वहीं मुख्य सचिव से वार्ता कराने में भी अपनी महती भूमिका निभाई। पेंशन के बाबत निर्णय लेने के लिए समिति गठित की गई। इसमें मुख्य सचिव के अलावा तीन आइएएस व पांच सदस्य अटेवा के रहेंगे। जो 29 अगस्त को मुख्यमंत्री के समक्ष बैठक कर निर्णय लेंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों व कर्मचारियों को पेंशन न देने का सरकार ने निर्णय किया था। इसके विरोध में कई संगठन समय-समय पर आंदोलन चलाते आ रहे है। अटेवा संगठन में प्राथमिक स्कूल से लेकर इंटर और महाविद्यालयों के शिक्षक तक जहां सदस्य है वहीं कर्मचारी भी इसके सदस्य है। सभी संगठनों ने मिलकर उक्त मांग के समर्थन में 21 अगस्त से 25 अगस्त तक सूबे की राजधानी लखनऊ में हजारों लोगों ने आंदोलन किया और पहली बार सरकार के किसी प्रतिनिधि ने इसके बारे में आश्वासन दिया है।
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