शिक्षक से रिश्वत लेते पकड़े गए एबीआरसी को जेल भेज दिया। शुक्रवार को जनता दर्शन के दौरान जिलाधिकारी अमित किशोर को शिकायत मिली थी कि ब्लॉक संसाधन केंद्र दढ़ियाल पर एबीआरसी( ब्लॉक सह समन्वयक) गो¨वद सिंह चौहान द्वारा शिक्षकों से रिश्वत ली जा रही है। यह रिश्वत उन शिक्षकों से ली जा रही थी, जिनका अंर्तजनपदीय तबादला नीति के तहत स्थानांतरण हुआ है।
डीएम के आदेश पर तहसीलदार स्वार राजेन्द्र प्रसाद पांडेय और प्रभारी बेसिक शिक्षाधिकारी एवं खंड शिक्षाधिकारी स्वार सिद्दीक अहमद ने मौके पर पहुंचकर गो¨वद को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। उससे पांच हाजर भी बरामद कर लिए। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। दढ़ियाल चौकी प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि उसके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हुआ है, इसलिए उसे बरेली की अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर शिकायतकर्ता शिक्षक अतुल कुमार सक्सेना और उनके साथी शिक्षक नितिन बिहारी को इस प्रकरण के बाद बी परेशान किया गया। शनिवार को तबादलों की 22 फाइलों में 20 फाइलें बीएसए दफ्तर भेज दी गईं। अतुल और नितिन रिलीव होने के लिए बीएसए दफ्तर पहुंचे तो पता लगा कि यहां उनकी फाइलें ही नहीं हैं, जबकि खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय से सभी फाइलें भेजे जाने की बात कही जाती रही। दोपहर तक फाइलों का कुछ पता नहीं लगा तो उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कैलाश बाबू ने जिलाधिकारी से शिकायत की। डीएम ने कहा कि शाम तक फाइलें नहीं मिलीं तो रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। वहीं, दोनों शिक्षक परेशान बीएसए दफ्तर में घूमते रहे। रिपोर्ट दर्ज होने की बात पता लगते ही दोनों शिक्षकों की फाइलें मिल गईं। शाम को साढ़े पांच बजे फाइलें बीएसए दफ्तर पहुंचाई गईं, जिसके बाद उन्हें रिलीव किया गया। उधर, खंड शिक्षाधिकारी सिद्दीक अहमद ने बताया कि फाइलें इधर उधर हो गईं थीं। दोनों की फाइलें मिल गईं हैं और दोनों ही शिक्षकों को रिलीव भी कर दिया गया है।
No comments:
Write comments