समाज के कमजोर वर्ग की बालिकाओं को शिक्षित करने की मंशा से करोड़ों रुपये की लागत से स्थापित राजकीय आश्रम पद्धति बालिका आवासीय विद्यालय शिक्षकों के अभाव में सफेद हाथी बनकर रह गया है। शैक्षिक सत्र शुरु होने के दो माह बाद भी विद्यालय में गणित और अंग्रेजी शिक्षक के पद खाली पड़े हैं। प्रदेश सरकार द्वारा समाज की गरीब बालिकाओं को शिक्षित करने की मंशा से नूरपुर ब्लाक के गांव धौलागढ़ मे करोड़ों रुपये की लागत से राजकीय आश्रम पद्धति बालिका आवासीय विद्यालय संचालित है। इस विद्यालय को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। शैक्षिक सत्र प्रारंभ हुए दो माह बीत चुके हैं लेकिन विद्यालय में अभी तक गणित एवं अंग्रेजी के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पायी है। जिससे विद्यालय में शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। शिक्षकों के अभाव का दंश सबसे ज्यादा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की छात्रओं को ङोलना पड़ रहा है। हाईस्कूल की एक छात्र के अभिभावक ओमपाल सिंह ने इस संबंध में जिलाधिकारी के शिकायती पत्र भेजकर विद्यालय में रिक्त शिक्षकों की भर्ती कराने की मांग की है। उधर, विद्यालय के कार्यकारी संचालक एडीओ समाज कल्याण एम कुसमाकर का कहना है कि रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए जिलाधिकारी को लिखा जा चुका है। जिलाधिकारी के आदेश पर ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरु की जाएगी।
No comments:
Write comments