परिषदीय विद्यालयों में मिड्डे मील की गुणवत्ता में लापरवाही बरतना बीईओ सहित कई कर्मियों को महंगा पड़ा। टड़ियावां विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मरदाननगर में मिड-डे मील में कीड़े निकलने और बच्चों के बीमार होने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। बीएसए ने एनपीआरसी और प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर बीइओ को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। वहीं रसोइयां की सेवा समाप्त कर दी गई है। इसके साथ ही सभी विद्यालय प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है कि मिड्डे मील की गड़बड़ी मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।1 विकास खंड टडियावां के प्राथमिक विद्यालय मरदान नगर में सोमवार को विद्यार्थियों को मिड्डे मील के तहत सोयाबीन की सब्जी में विद्यार्थियों ने कीड़े मिलने की शिकायत दर्ज कराई थी। अभिभावकों का आरोप था कि सब्जी में कीड़े होने के कारण जिन बच्चों ने सब्जियां खा ली उनकी तबियत खराब हो गई थी। इस मामले में जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर और बीएसए को मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों ने गांव पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल की और अभिभावकों व विद्यार्थियों के बयान दर्ज किए। जिसमें लापरवाही उजागर हुई। जिसकी आख्या जिलाधिकारी को दी गई थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर लापरवाही बरतने पर खंड शिक्षा अधिकारी शैलेश द्विवेदी को प्रतिकूल प्रविष्ट दी गई है, बीएसए मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि प्राथमिक पुरवा देवरिया के प्रधानाध्यापक व एनपीआरसी न्याय पंचायत हरिहरपुर अशोक कुमार, प्रधानाध्यापिका रीता देवी पाल को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही खाना बनाने वाली रसोइया बिट्टा देवी को बर्खास्त कर दिया गया है।1 विद्यालय में हुई घटना के बाद जिलाधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि विद्यालयों का नियमित निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि मिड्डे मील में गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री तथा ब्रांडेड पैक बंद मसालों और एगमार्क युक्त तेल का प्रयोग किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। लापरवाही पाए जाने पर प्रधानाध्यापक के साथ-साथ संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी पर भी कार्यवाही की जाएगी। वहीं आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डा. अनु भी विद्यालय पहुंची और उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
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